Thursday, February 18, 2016

गला और छाती की बीमारी का इलाज :

गला और छाती की बीमारी का इलाज :




गले में किनती भी ख़राब से ख़राब बीमारी हो l

--> किसी भी तरह का इन्फेक्शन हो । 
--> जैसे गले में दर्द है l
--> खरास है l
--> गले में खासी है l
--> गले में कफ जमा है l
--> गले में टोनसीलाईटिस में इन्फेक्शन हो गया हो l





==> इसकी सबसे असरकारक एवं रामबाण दवा है "हल्दी "


ये सब बिमारिओं में आधा चम्मच कच्ची हल्दी का रस या चूर्ण ले और मुह खोल कर सीधे गले में डाल दे l 

और फिर थोड़ी देर चुप होके शांत चित बैठ जाये तो ये हल्दी गले में निचे उतर जाएगी लार के साथ और एक खुराक में ही सब बीमारी ठीक होगी दुबारा डालने की जरुरत ही न होगी

ये छोटे बच्चो को तो जरुर करे l बच्चो के टोन्सिल जब बहोत तकलीफ देते है न तो हम ऑपरेशन करवाके उनको कटवाते है ; वो करने की जरुरत नही है हल्दी से सब ठीक होता है ।



गले और छाती से जुडी हुई कुछ बीमारिया है जैसे खासी

इसका एक इलाज तो कच्ची हल्दी का रस है जो गले में डालने से तुरंत ठीक हो जाती है चाहे कितनी भी जोर की खासी हो ।

 दूसरी दवा है अदरक ,


 ये जो अदरक है इसका छोटा सा टुकड़ा मुह में रखलो और टॉफी की तरह चुसो खासी तुरंत बंध हो जाएगी । अगर किसीको खासते खासते चेहरा लाल पड़ गया हो तो अदरक का रस ले लो और उसमे थोड़ा पान (Beetel Leaves) का रस मिला लो दोनों एक एक चम्मच और उसमे मिलाना थोड़ा सा गुड या शहद । अब इसको थोडा गरम करके पी लेना तो जिसको खासते खासते चेहरा लाल पड़ा है उसकी खासी एक मिनट में बंध हो जाएगी । 



और एक अच्छी दवा है , 

अनार का रस गरम करके पियो तो खासी तुरन्त ठीक होती है । 

काली मिर्च (Black Pepper) है गोल मिर्च इसको मुह में रख के चबालो , पीछे से गरम पानी पी लो तो खासी बंध हो जाएगी, काली मिर्च को चुसो तो भी खासी बंध हो जाती है । 


छाती एवं फेफड़ो से संबन्धित कुछ बिमारिया 



जैसे दमा, अस्थमा, ब्रोंकिओल अस्थमा, इन तीनो बीमारी की सबसे अच्छा दवा है गौमूत्र ; आधा कप गौमूत्र पियो सबेरे का ताजा ताजा तो दमा ठीक होता है, अस्थमा ठीक होता है, ब्रोंकिओल अस्थमा ठीक होता है । और गौमूत्र पिने से टीबी (क्षय रोग) भी ठीक हो जाता है , लगातार पांच से छः महीने पीना पड़ता है । दमा अस्थमा की और एक कारगर दवा है दालचीनी, इसका पाउडर रोज सुबह आधे चम्मच खाली पेट गुड या शहद मिलाके गरम पानी के साथ लेने से दमा या अस्थमा ठीक कर देती है l




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निरामय पोलिक्लीनिक
569,अंबिका नगर ,गुजरात हाउसिंग बोर्ड  के पास ,सायण रोड ,अमरोली ,सूरत 
डॉ ॰ योगेशभाई वाणी (B.A.M.S)



स्वास्थ्य प्रेमी परिवार संस्थापक और 
आलोम चिकित्सा - सम्पूर्ण चिकित्सा के संशोधक श्री कौशिकभाई धंधुकीया 

(उपरोक्त जानकारी केवल ज्ञान एवं एजुकेशन के लिए हे । वास्तव में दर्दी का प्रकृति परिक्षण करना भी महत्वपूर्ण होता हे । अगर तकलीफ सामान्य हो  तो आप खुद ही इनको अनुभव करे एवं ज्यादा तकलीफ सहन कर रहे दर्दी डॉक्टर्स के मार्गादर्शन में यह उपचार कर सकते हे ।)

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